हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, क़ुम अल-मुक़द्दस / वर्तमान स्थिति को देखते हुए जहां हर इंसान दहशत और भय की स्थिति में है, हर तरफ चिंता और निराश के इस माहौल में, ईरान में रहने वाले भारतीय विद्वानों और छात्रों ने चौथे इमाम द्वारा सिखाई गई सफीहा-ए सज्जादिया की सातवीं दुआ और दुआ-ए तवस्सुल की ऑनलाइन व्यवस्था करके, कोरोना महामारी से अपने देश के उद्धार के लिए सामूहिक दुआ की।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि उन दिनों में जब दुर्भाग्य से कोरोना की महामारी पूरी दुनिया में फैल रही है और विशेष रूप से भारत में वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है इस महामारी से मुक्ति पाने के लिए मोअस्सेसा-ए इल्मी व फरहंगी नूरुस्सक़लैन क़ुम की ओर से खुदा वंदे करीम की बारगाह मे दुआ और अहलेबैत इस्मत व तहारत से तवस्सुल करके दुआ की गई।
इस दुआइया कार्यक्रम का आरमंभ पवित्र कुरान की आयात की तिलावत के साथ हुआ और उसके बाद अल्लाह तआला वा तबारक की बारगाह मे सबने मिलकर दुआ व मुनाजात और अहलेबैत (अ.स.) से तवस्सुल और इस्तेग़ासा किया पूरी दुनिया और विशेष रूप से हिंदुस्तान की जनता को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए हाथो को दुआ के लिए बुलंद किया गया।